बाल्टी से पानी ढो रही कस्तूरबा विद्यालय की छात्राएं, टैंकर से हो रही आपूर्ति
बाल्टी से पानी ढो रही कस्तूरबा विद्यालय की छात्राएं, टैंकर से हो रही आपूर्ति
सोनभद्र (विनोद मिश्रा /सेराज अहमद )
घोरावल। अपेक्षित बारिश न होने से जगह जगह हैंडपंप और बोर जवाब देने लगे हैं। कुछ ऐसी ही स्थिति विकास खण्ड घोरावल के खरुआंव स्थित कस्तूरबा बालिका विद्यालय की है। छात्राओं की आवासीय व्यवस्था होने के कारण यहां पानी की आवश्यकता ज्यादा है परंतु हालत ये है कि सबमर्सिबल पानी छोड़े चुका है। पानी के लिए त्राहिमाम मचा हुआ है। हालांकि गुरुवार को ग्राम पंचायत द्वारा टैंकर से जलापूर्ति की गई, पर ये व्यवस्था नाकाफी है। कस्तूरबा में रहने वाली छात्राएं बाल्टी लेकर लाईन में लग पानी भरती हुई दिखी। ऐसे में सवाल उठता है कि जब इस तरह से पानी ही भरती रहेंगी तब पढ़ाई कब करेंगी और बाल्टी में पानी ढोने से क्या उन्हे दैनिक आवश्यकताओं को पूर्ति हेतु पर्याप्त पानी मिल पाएगा?
वहीं परिसर में कंपोजिट विद्यालय भी है। दोनों विद्यालयों में मिलाकर लगभग 482 छात्र – छात्राएं अध्यनरत है और रसोईयां समेत लगभग दो दर्जन से अधिक स्टॉफ भी कार्यरत हैं। ऐसे में पानी की समस्या से विद्यालय के छात्र, शिक्षक, रसोईयां सभी समस्याग्रस्त हैं। फिलहाल जूनियर हाईस्कूल के पम्प से थोड़ा बहुत पानी मिल जा रहा है, जिससे बच्चों का खाना बन जा रहा है, परंतु वो भी कब तक उपलब्ध होता रहेगा, ये सोचनीय है।
विद्यालय के शिक्षकों ने बताया कि अभी जुलाई में जब पेयजल की ऐसी स्थिति है, अगर बारिश नही हुई तो आगे पेयजल के लिए त्राहिमाम मचेगा। हालांकि गुरुवार हुई बारिश से क्षणिक राहत मिलने की उम्मीद जताई जा रही।