
*ट्रांसफार्मर जला,बीजपुर बाजार में 48 घंटे से बिजली गुल,पानी के लिए मचा हाहाकार*
*ट्रांसफार्मर जला,बीजपुर बाजार में 48 घंटे से बिजली गुल,पानी के लिए मचा हाहाकार*
*व्यवसाइयों एवं ग्रामीणों ने किया हंगामा,एनटीपीसी के अधिकारियों ने ट्रांसफार्मर बनाने के लिए लिया 36 घंटे का समय*
बीजपुर/सोनभद्र( संदीप राय)
बीते 48 घंटे से भी अधिक समय से शांतिनगर,बस स्टैंड समेत बीजपुर बाजार में लाईट कट जाने से पानी के लिए हाहाकार मच गया है। पानी की किल्लत और भीषण उमस भरी गर्मी से बिलबिलाए आक्रोशित ग्रामीणों एवं व्यवसायियों ने सोमवार की सायं बीजपुर बाजार में जले हुए ट्रांसफर के पास हंगामा शुरू कर दिया। हंगामा देख मौके पर पहुंची पुलिस ने एनटीपीसी के अधिकारियों से वार्ता कर 36 घण्टे में ट्रांसफॉर्मर की मरम्मत कर आपूर्ति बहाल करने का आश्वासन देकर ग्रामीणों को शांत कराया।
बता दे कि एनटीपीसी द्वारा ठेकेदारी के माध्यम से बीजपुर बाजार ,शांतिनगर,बस स्टैंड तक बीजपुर बाजार में लगे एकमात्र ट्रांसफार्मर से बिजली की आपूर्ति की जाती है।बताया जाता है कि ट्रांसफॉर्मर की क्षमता से अधिक लोड की वजह से शनिवार को ट्रांसफार्मर जल गया।जिससे हजारों घरों की विद्युत आपूर्ति बाधित हो गई।बिजली गुल होने की वजह से सबसे अधिक पानी की किल्लत हो गई क्योंकि पानी की सप्लाई बिजली पर ही निर्भर है।बिजली ठेकेदार द्वारा जले हुए ट्रांसफार्मर की मरम्मत करने की काफी कोशिश किया गया परंतु सफलता नहीं मिली। एनटीपीसी के अधिकारियों को सूचना देकर मौके पर बुलाया और ट्रांसफार्मर बदलने की बात कही तो एनटीपीसी के अधिकारियों ने कहा कि उनके पास दूसरा कोई ट्रांसफार्मर अभी मौजूद नहीं है और मरम्मत के लिए ट्रांसफार्मर उतारवा कर ले जाने लगे और कहा कि इसको बनने में 2 से 4 दिन लग सकते हैं जिसपर मौके पर एकत्रित व्यवसायी एवं ग्रामीण हंगामा करने लगे उन्होंने ट्रांसफार्मर को ले जाने से रोक दिया और कहा कि पहले यहां पर कोई वैकल्पिक व्यवस्था करके तब ट्रांसफार्मर को ले जाया जाए।हंगामा बढ़ते देख प्रभारी निरीक्षक बीजपुर अखिलेश कुमार मिश्रा मौके पर पहुंच गए उन्होंने वहां पर मौजूद एनटीपीसी के उप महाप्रबंधक टीएसी मनोज रंजन व अधिकारियों से वार्ता करके एक लिखित समझौता करवाया की 36 घंटे के अंदर एनटीपीसी द्वारा ट्रांसफार्मर को मरम्मत कर बिजली आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी और तब तक उन्होंने एनटीपीसी के अधिकारियों से पानी के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था करने को कहा जिस पर ग्रामीण शांत हुए। विद्युत आपूर्ति बाधित होने से इस भीषण उमस भरी गर्मी में जहां बुजुर्ग और बच्चे परेशान हो रहे हैं वहीं व्यवसाईयों का व्यवसाय भी चौपट हो रहा है तथा सबसे विकट समस्या पानी की उत्पन्न हो गई है।