*एबीएसए जाँच करने पहुंच तो समय से पहले बंद रहा स्कूल नदारत रहे शिक्षक *

*एबीएसए जाँच करने पहुंच तो समय से पहले बंद रहा स्कूल नदारत रहे शिक्षक *

अंधेर नगरी चौपट राजा वाला स्थिति बनी हुई थी कोन ब्लाक के स्कूल की

डेढ़ बजे तक का स्कूल और 12 बजकर 20 मिनट तक विद्यालय मिला बंद

सोनभद्र (विनोद मिश्रा/सेराज अहमद)

निजाम बदलते ही व्यवस्थाएं भी बदलती हैं। कुछ व्यवस्थाएं बदलना हित में होती हैं तो कई व्यवस्थाएं समय की मांग के तहत जरूरी होती हैं। मगर बदले निजाम में जब व्यवस्थाएं बदलती हैं तो पुराने व लंबे समय से एक ही ढर्रे पर काम करने के बजाय दूसरे व नए ढर्रे पर काम करने में सामंजस्य बैठाना थोड़ा मुश्किल होता है। एक बड़े संख्या में कोन ब्लाक में शिक्षकों के गायब रहने की जानकारी को संज्ञान लेते हुए ज्ञान के राजा बिफर पड़े हैं।
नवागत खंड शिक्षा अधिकारी विश्वजीत कुमार जैसे ही कोन ब्लाक ज्वाइन किए उनको तमाम शिक्षकों के बारे में शिकायतें मिलना शुरू हो गई। शिकायतों में कुछ शिक्षक महीनों से घर बैठकर वेतन उठा रहे तो कुछ प्राइवेट लोगों को स्कूल की चाभी देकर पढ़न पाठन करवा रहे थे। कुछ तो विद्यालय का दो रजिस्टर बनाकर घूमते पाए गए। इससे साफ जाहिर होता है कि पूर्व के एबीएसए द्वारा शिक्षकों को मनमानी के लिए खुली छूट दे रखा गया था। सबसे मजे की बात गर्मी के मद्देनजर शासन से डेढ़ बजे तक विद्यालय कर दिया गया है लेकिन जांच करने जब अधिकारी करीब साढ़े बारह बजे पहुंचे तो भी विद्यालय बंद मिला।
एबीएसए विश्वजीत कुमार ने बताया कि मंगलवार को प्रा०वि० नौडीहा में सुबह सवा आठ बजे किया। नामांकित छात्र संख्या 103 के सापेक्ष मात्र 60 बच्चे विद्यालय में उपस्थित थे। निरीक्षण के दौरान विद्यालय में रंजीत कुमार (प्र०प्र०अ०) शिक्षण कार्य करते हुए पाये गए। प्रियंका (स०अ०) व श्री सरोज कुमार शि०मि० द्वारा बिना किसी सूचना के विद्यालय से अनुपस्थित रहने से यह प्रतीत होता है कि उक्त अध्यापकों द्वारा उच्चाधिकारियों के आदेशों/निर्देशों की अवहेलना किया जा रहा है। इसके पश्चात वे साढ़े आठ बजे प्रा०वि० महिउद्दीनपुर का निरीक्षण किया। नामांकित छात्र संख्या 53 के सापेक्ष मात्र 8 बच्चे विद्यालय में उपस्थित थे। निरीक्षण के दौरान विद्यालय में शिक्षामित्र अमरनाथ एवं रंजना देवी शिक्षण कार्य करते हुए पाये गए। प्रभारी प्रधानाध्यापक राजेश कुमार यादव बिना किसी सूचना के विद्यालय से 4 मई से लगातार अनुपस्थित चल रहे है।
यहां के बाद बीईओ प्रा०वि० बरियाती का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान विद्यालय बन्द पाया गया। ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि विद्यालय पर कार्यरत प्रभारी प्रधानाध्यापक शत्रुजीत सिंह की जगह ग्राम सभा का कोई मदन नामक व्यक्ति विद्यालय खोलते और बच्चों को पढ़ाने आते है। निरीक्षण के समय विद्यालय में ताला लटका हुआ था, मात्र दो बच्चे यहाँ पर थे। खंड शिक्षा अधिकारी का कड़ा रुख देखते ही मदन नामक व्यक्ति वहाँ से भाग निकला। विद्यालय में कार्यरत शत्रुजीत सिंह प्र०प्र०अ० अनुपस्थित रहने एवं समय से विद्यालय न खोलने एवं अपनी जगह किसी अन्य व्यक्ति से शिक्षण कार्य कराने से यह प्रतीत होता है कि उक्त अध्यापक द्वारा उच्चाधिकारियों के आदेशों/निर्देशों की अवहेलना किया जा रहा है। जिससे विभाग की छवि धूमिल हो रही है। प्राथमिक विद्यालय सननमादामर का निरीक्षण लगभग सवा दस बजे किया। निरीक्षण के दौरान विद्यालय बन्द पाया गया। ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि विद्यालय पर कार्यरत पंकज कुमार सिंह प्र०प्र०अ० की जगह ग्राम सभा का कोई व्यक्ति विद्यालय खोलते और बच्चों को पढ़ाने आते है। निरीक्षण के समय विद्यालय में ताला लटका हुआ था, कोई बच्चा उपस्थित नहीं था। प्राथमिक विद्यालय कचनरवा खास के निरीक्षण में नामांकित छात्र संख्या 15 के सापेक्ष कोई भी बच्चा विद्यालय में उपस्थित नहीं था। निरीक्षण के दौरान पूनम कुमारी (प्र० प्र०अ०) विद्यालय में बैठी हुई थी। नामांकन कम होने व विद्यालय में बच्चे होने के संदर्भ में प्र०प्र०अ० पूछा गया तो उनके द्वारा कोई भी संतोषजनक उत्तर नहीं दिया गया। प्रा०वि० गिजिनियादामर के निरीक्षण में नामांकित छात्र संख्या 74 के सापेक्ष मात्र 30 बच्चे विद्यालय में उपस्थित थे। निरीक्षण के दौरान विद्यालय में सहायक अध्यापक राजेश कुमार मौर्या बिना किसी सूचना के विद्यालय से 6 अप्रैल से लगातार अनुपस्थित चल रहे है। बीईओ ने बताया कि ग्रामीणों ने जानकारी दिया कि वे दो रजिस्टर बनाकर रखे है। एक रजिस्टर खुद लेकर घूमते रहते है। प्राथमिक विद्यालय केवाल के निरीक्षण में नामांकित छात्र संख्या 89 के सापेक्ष मात्र 16 बच्चे विद्यालय में उपस्थित थे। निरीक्षण के दौरान विद्यालय में सहायक अध्यापक प्रेमपाल सिंह बिना किसी सूचना के विद्यालय से अनुपस्थित मिले। उच्च प्रा०वि० केवाल में नामांकित छात्र संख्या 124 के सापेक्ष मात्र 42 बच्चे विद्यालय में उपस्थित थे। निरीक्षण के दौरान विद्यालय में अनुदेशक कमलेश यादव बिना किसी सूचना के विद्यालय से एक मई से लगातार अनुपस्थित चल रहे है। प्राथमिक विद्यालय गइयाबथान का निरीक्षण बीईओ ने 12 बजकर 10 मिनट पर किया। निरीक्षण के दौरान विद्यालय बन्द पाया गया। विद्यालय पर कार्यरत प्रभारी प्रधानाध्यापक संजय कुमार शर्मा एवं शिक्षामित्र अजय कुमार भारती विद्यालय से अनुपस्थित थे। निरीक्षण के समय विद्यालय में ताला लटका हुआ था, कोई बच्चा उपस्थित नहीं था।
उच्च प्राथमिक विद्यालय निगाई का निरीक्षण 12 बजकर 20 मिनट पर किया। निरीक्षण के दौरान विद्यालय बन्द पाया गया। विद्यालय पर कार्यरत वीरेंद्र चौहान अनुदेशक एवं कलीमुन निशा अनुदेशक विद्यालय से अनुपस्थित थे। निरीक्षण के समय विद्यालय में ताला लटका हुआ था, कोई बच्चा उपस्थित नहीं था। विद्यालय में कार्यरत श्री वीरेंद्र चौहान अनुदेशक एवं कलीमुन निशा अनुदेशक अनुपस्थित रहने एवं समय से विद्यालय न खोलने एवं अपनी जगह किसी अन्य व्यक्ति से शिक्षण कार्य कराने से यह प्रतीत होता है कि उक्त अध्यापक द्वारा उच्चाधिकारियों के आदेशों/निर्देशों की अवहेलना किया जा रहा है। जिससे विभाग की छवि धूमिल हो रही है। उक्त के आलोक में वीरेंद्र चौहान अनुदेशक एवं कलीमुन निशा अनुदेशक के विरुद्ध आवश्यक कार्यवाही करने का कष्ट करे। खंड शिक्षा अधिकारी ने संबंधित शिक्षकों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए बीएसए को पत्र लिखा है।


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