
डाला नगर पंचायत का हाल बेहाल, ईओ तथा नामचीन ठेकेदारों के गठजोड़ से विकास कार्य चढ़ा बलिवेदी पर।
डाला नगर पंचायत का हाल बेहाल, ईओ तथा नामचीन ठेकेदारों के गठजोड़ से विकास कार्य चढ़ा बलि वेदीपर।
सोनभद्र( विनोद मिश्रा/सेराज अहमद)
डाला नगर पंचायत में जब से नवागत अधिशासी अधिकारी (ईओ) ने कार्यभार संभाला है, तब से उनके कामकाज के तरीकों को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। ईओ हिटलर शाही रवैया तथा नामचीन ठीकेदारो के साथ मनमानी कर अपने पद का दुरुपयोग करने का आरोप लगना चर्चा का विषय बना हुआ है।
सूत्रों के अनुसार, ईओ अपने पदभार संभालने के बाद से हमेशा अपने कारखाशो के साथ ही वार्डों में आफिस में बैठने के बजाय घूमते नजर आते हैं। इतना ही नहीं हिटलर शाही रवैया के कारण विकास कार्यों की जानकारी किसी को नहीं देते तथा अध्यक्ष के बिना पूछे सभी फैसले अपनी मनमर्जी से लेते हैं। जिससे नगर पंचायत में पारदर्शिता की कमी आ गई है।इस मामले में चहेते ठेकेदार की भूमिका पर भी सवालों के घेरे में है। रसूखदार ठेकेदार सदस्यों को लगातार भड़का रहे हैं और ईओ की टीम में शामिल होने के लिए उकसा रहे हैं। ई ओ के कार्खास खुलेआम कहते हैं कि “ईओ साहब की बहुत तगड़ी पकड़ है।” चर्चा की माने तो ईओ और उनके करीबी लोग जानबूझकर अफवाहें फैला रहे हैं, जिससे नगर पंचायत का माहौल खराब रहे तथा हिटलर शाही रवैया बना रहे।स्थानीय लोगों इस ओर जिलाधिकारी का ध्यान आकर्षित किया है।