भवनाथपुर सेल खदान का निरीक्षण करते अधिकारी
भवनाथपुर सेल खदान का निरीक्षण करते अधिकारी
गढवा जिले के भवनाथपुर में बंद पडे सेल आरएमडी चूना पत्थर खदान बंदी के करीब 10 वर्ष पश्चात सेल के द्वारा बंद पड़ी चूना पत्थर खदान के घाघरा और गुडगांवा खदान के राज्य सरकार को सरेंडर करने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है. इसको लेकर जिला खनन पदाधिकारी, श्रीबंशीधर नगर एसडीएम, भवनाथपुर सीओ ने उक्त खदानों का निरीक्षण किया.इसकी पुष्टि भवनाथपुर खदान समूह के महाप्रबंधक मनोज कुमार ने की.
उल्लेखनीय है, कि सेल प्रबंधन के द्वारा घाघरा चूना पत्थर खदान के घाघरा, सरैया, गुडगांवा के 1173 हेक्टेयर में फैले वर्ष 2013 में खदाने पूर्ण रूप से बंद हो गई थी.जिसके पश्चात तीनो खदानों में कार्यरत मजदूरो का फाईनल सेटलमेंट कर दिया गया था. इसके बाद सेल प्रबंधन के द्वारा उक्त खदानों में 1173 हेक्टेयर भूमि राज्य सरकार को सौंपने की कवायद शुरू की गई थी, जो अंतिम चरण में है. सेल प्रबंधन के द्वारा घाघरा, सरैया और गुडगांवा के भूमि को एक्वायर कर सरेंडर करने के लिए इन तीनो खदानों की घेराबंदी की प्रक्रिया शुरू किया था, जहाँ घाघरा और गुडगांवा की भूमि का घेराबंदी पूर्ण हो गया, लेकिन सरैया की भूमि के घेराबंदी के दौरान दो वर्ष पूर्व वहाँ विस्थापितों के विरोध के बाद उक्त घेराबंदी की प्रक्रिया को रोक दिया गया था.इस विरोध के बाद सेल प्रबंधन द्वारा राज्य सरकार को घाघरा, गुडगांवा की भूमि को सरेंडर के लिए पत्र लिखा गया था, उस पत्र के आलोक में जिला खनन पदाधिकारी, श्रीबंशीधर नगर एसडीएम व भवनाथपुर सीओ ने उक्त तीनो खदानों का निरीक्षण किया. निरीक्षण के पश्चात एसडीएम आलोक कुमार ने बताया कि सरकार के निर्देश पर उक्त तीनो खदानों की भूमि को सरेंडर करने के लिए स्थल की जाँच करने गए हुए थे.
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घाघरा, गुडगांवा सरैया चूना पत्थर खदान बंद होने के बाद सेल प्रबंधन का उस खदान से लिज समाप्त हो गया था. इसके बाद सेल प्रबंधन ने भूमि सरेंडर करने हेतु राज्य सरकार को पत्र लिखा था. इसके अलोक में पदाधिकारियों द्वारा खदानों की जाँच की गई. उन्होंने कहा कि खदान की भूमि राज्य सरकार को सरेंडर करने से भवनाथपुर की भविष्य उज्ज्वल होगी. राज्य सरकार उक्त भूमि को नीलाम कर उक्त भूमि पर नई कारखाने स्थापित करने की प्रयास शुरू कर सकती है.