खबर का असर-*डी एम ने घाघर नदी के जर्जर पुलिया से भारी वाहनों का आवागमन कराया बंद*

खबर का असर-डी एम ने घाघर नदी के जर्जर पुलिया से भारी वाहनों का आवागमन कराया बंद*

जिला कारागार के भारी वाहन बंदी प्रिजन वैन भी अपना रास्ता बदला

गुरमा /सोनभद्र (अवधेश कुमार गुप्ता)
जिला जेल गुरमा मारकुंडी मुख्य मार्ग स्थित घाघर नदी की पुल जो सीमेंट फैक्ट्री के जमाने से भी पूर्व लगभग 60 वर्ष पुराना बना हुआ पुल काफी जर्जर हो चुका है, जिसके पुलिया के नीचे की सभी लोहे की सरिया भी दिखाई देने लगी है। साथ ही इसकी सभी रेलिंग भी जगह -जगह जीर्ण-शीर्ण अवस्था में पहुंच गया है तथा भारी वाहनों के आवागमन से दुर्घटना होने की संम्भावना है। इसी रास्ते से स्कूल बस,जिला कारागार के बंदी वाहनों की बैन के साथ पुलिस पी ए सी जवानों की भारी वाहनों के साथ जिला के आला अधिकारियों का भी आवागमन होता रहता था है। जिसको समाचार पत्रों के माध्यम से अवगत कराया गया था। इसका असर होते ही जिलाधिकारी ने स्वयं संज्ञान में लेते पीडब्ल्यूडी विभाग को भारी वालों को प्रवेश पर रोक लगाने का निर्देश दिया है। निर्देश मिलते पीडब्ल्यूडी के ठेकेदार बंटी तिवारी मजदूरों को लेकर घाघरा नदी पुल के पास आकर बुध्दवार की शाम को गुरमा चौकी प्रभारी धर्म नारायण भार्गव, ग्राम प्रधान उधम सिंह यादव, सभासद अशफाक कुरैशी समेत ग्रामीणों के सहयोग से बैरिकेडिंग करते हुए लोहे का झुझपोल.खड़ा कर सभी भारी वाहनों का आवागमन बंद कर दिया गया। जिससे सभी भारी वाहन मीनाबाजर से होते हुए तेलाई चकरिया लगायत कुशहिया से होकर जिला कारागार गुरमा के लिए भारी वाहनों के आवागमन का वैकल्पिक सम्पर्क मार्ग शुरु कर दिया गया है। घाघर नदी पर बैरिकेडिंग के समय हाजी एजाज अहमद , महेश शर्मा, सत्यम गुप्ता, सद्दिक अली, मंसूर खान,सैफ खान, कन्हैयालाल भारती समय दर्जनों नागरिक उपस्थित रहे।


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