
प्रदेश के राजस्व कर्मियों में आक्रोश ।
प्रदेश के राजस्व कर्मियों में आक्रोश ।
हापुड़ जिलाधिकारी के बिना जांच किए लिए निर्णय के विरोध में लेखपाल संघ ने डी एम को सौंपा ज्ञापन
करमा,सोनभद्र (विनोद मिश्रा/सेराज अहमद)
हापुड़ जिला अधिकारी अपने अधीनस्थों के प्रति कितने संवेदनशील हैं इसका उदाहरण तनाव ग्रस्त लेखपाल सुभाष मीणा की हृदय विदारक और असामायिक निधन ने प्रदेश भर के राजस्व कर्मियों को झकझोर के रख दिया है मृतक लेखपाल की गलती सिर्फ इतनी है जन चौपाल में शिकायत के दौरान जिलाधिकारी बिना जांच के ही लेखपाल को निलंबित कर दिए, इस विकट स्थिति में तनाव ग्रस्त लेखपाल का निधन हो गया ,जबकि अधिकारियों को यह गाइडलाइन है कि अधीनस्थों से बिना विचार विमर्श किये अंतिम निर्णय नहीं ले सकते,
शिकायती पत्रों के निस्तारण शासनादेश संख्या: 1/2024/63/47-का -1-2024-13(1)/1997 कार्मिक अनुभाग-1 लखनऊ 29 जनवरी 2024 में वर्णित है
जिलाधिकारी बद्रीनाथ सिंह को लेखपाल संघ के जिला अध्यक्ष सुबोध कुमार सिंह एवं जिला मंत्री अमित कुमार शुक्ल द्वारा मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया ,राजस्व कर्मियों ने ज्ञापन के माध्यम से मुख्य सचिव के निर्देश का अनुपालन अधिकारी द्वारा नहीं किया जा रहा है, हापुड़ की घटना का उच्च स्तरीय जांच तत्काल करने हेतु आदेशित करें, कर्मचारी संगठनों के साथ प्रतिमाह अधिकारीयों की बैठक भी किए जाने का प्रावधान है, लेकिन नियमों की अनदेखी करते हुए संबंधित अधिकारी लापरवाह बने बैठे हैं। लेखपाल संघ के जिला अध्यक्ष सुबोध कुमार एवं जिला महामंत्री अमित कुमार शुक्ला ने कहा कि पांच सूत्रीय मांग पत्र जिला अधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजा जा रहा है यदि सरकार इस गंभीर विषय पर सकारात्मक रूप नहीं अपनाती है तो संगठन के माध्यम से आंदोलन किया जाएगा l