
*सीतापुर पत्रकार हत्या कांड के आरोपीयो को पुलिस ने मुठभेड़ मे मार गिराया*
*सीतापुर पत्रकार हत्या कांड के आरोपीयो को पुलिस ने मुठभेड़ मे मार गिराया*
सोनभद्र (विनोद मिश्रा/सेराज अहमद)
यूपी के सीतापुर के चर्चित पत्रकार राघवेंद्र बाजपेयी हत्याकांड में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने इस केस में वांछित दो शूटरों को एक मुठभेड़ में मार गिराया। यह एनकाउंटर सीतापुर के पिसावां क्षेत्र के दुल्लापुर तिराहे के पास हुआ। दोनों आरोपियों को गोली लगने के बाद अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
ग्रापाये के सदर तहसील अध्यक्ष विनोद कुमार मिश्र व घोराल तहसील उपाध्यक्ष सेराज अहमद ने पुलिस टीम को बधाई दी।
प्राप्त जानकारी अनुसार सीतापुर के एसपी अंकुर अग्रवाल के मुताबिक मुठभेड़ में मारे गए दोनों बदमाशों की पहचान मिश्रिख के गांव अटवा निवासी संजय तिवारी उर्फ अकील और राजू तिवारी उर्फ रिजवान के रूप में हुई है। दोनों सगे भाई थे।उन पर एक-एक लाख रुपये का इनाम घोषित था। पुलिस ने मौके से एक कार्बाइन और एक पिस्टल बरामद की है।
एसपी के मुताबिक सुबह सूचना मिली थी कि वांछित शूटर सीतापुर-हरदोई सीमा से गुजर रहे हैं। इसके बाद एडिशनल एसपी, एसटीएफ सहित पांच संयुक्त टीमें गठित कर कांबिंग व चेकिंग शुरू की गई। चेकिंग के दौरान बाइक सवार दो संदिग्ध नजर आए। रोकने पर उन्होंने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली लगने से दोनों को घायल हो गए। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।बताते चले कि
गत 8 मार्च को महोली के पत्रकार राघवेंद्र की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। यह वारदात सीतापुर हाईवे पर हेमपुर रेलवे ओवरब्रिज पर हुई थी, जिसमें राघवेंद्र को चार गोलियां मारी गई थीं। इस सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा 10 अप्रैल को तत्कालीन एसपी चक्रेश मिश्र ने किया था। जांच में सामने आया कि महोली के कारदेव बाबा मंदिर के कथित पुजारी विकास राठौर उर्फ शिवानंद बाबा ने हत्या की साजिश रची थी। पत्रकार राघवेंद्र ने पुजारी को मंदिर परिसर में किसी के साथ आपत्तिजनक हालत में देख लिया था। यह राज बाहर न आए, इसके लिए बाबा ने सुपारी देकर इन दोनों शूटरों से राघवेंद्र की हत्या करवा दी थी।
इस हत्याकांड की गंभीरता को देखते हुए 20 मई को एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन किया गया था। इससे पहले इस केस में मंदिर के बाबा विकास राठौर, निर्मल सिंह और असलम गाजी को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। मुठभेड़ में शूटरों के मारे जाने के बाद राघवेंद्र के परिजनों ने राहत की सांस ली है। परिजनों ने पुलिस की कार्रवाई की सराहना की है।