*”आपका स्वास्थ्य हमारी प्राथमिकता” जागरूकता शिविर का हुआआयोजन*

*”आपका स्वास्थ्य हमारी प्राथमिकता” जागरूकता शिविर का हुआआयोजन*
•-जागरूकता शिविर में नशे से होने वाली बुराईयों, समस्याओं और उसके समाधान के बताए गये उपाय
•-नशाखोरी की बढ़ती चुनौती से निपटते हुए किया जा सके एक स्वस्थ समाज का निर्माण-अशफाक कुरैशी

अवधेश कुमार गुप्ता
गुरमा-सोनभद्र। एनटीपीसी के तत्वावधान में नशा मुक्ति एवं स्वास्थ्य सेवा केंद्र “संकल्प “आपका स्वास्थ्य हमारी प्राथमिकता जागरूकता शिविर का आयोजन नगर पंचायत चुर्क-गुर्मा वार्ड नंबर 9 स्थित आदिवासी बस्ती में सभासद अशफाक कुरैशी की अध्यक्षता में किया गया। जागरूकता शिविर में नशे से होने वाली बुराईयों, समस्याओं और उसके समाधान के उपाय बताए गये तथा थैले में स्वास्थ्य संबंधित सामग्री वितरित किया गया।
इस अवसर पर नगर पंचायत चुर्क-गुर्मा के वार्ड नंबर 9 के सभासद अशफाक कुरैशी ने कहा कि नशा मुक्ति और स्वास्थ्य का गहरा संबंध है, क्योंकि नशीले पदार्थों का सेवन कई शारीरिक और मानसिक बीमारियाँ पैदा करता है, जिससे व्यक्ति का जीवन अस्त-व्यस्त हो जाता है।नशा व्यक्ति के शरीर के महत्वपूर्ण अंगों, जैसे फेफड़े, लीवर और गुर्दे को नुकसान पहुँचाता है और मानसिक संतुलन बिगाड़ता है. भारत सरकार नशा मुक्त भारत अभियान जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को शिक्षित करने, परामर्श और उपचार प्रदान करने पर जोर दे रही है, ताकि नशाखोरी की बढ़ती चुनौती से निपटा जा सके और एक स्वस्थ समाज का निर्माण किया जा सके।
जागरूकता शिविर में बताया गया कि नशे से शारीरिक स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ता है। जैसे नशे के सेवन से मुंह का कैंसर, लीवर खराब होना, फेफड़ों की बीमारी और गुर्दे की क्षति जैसी कई गंभीर बीमारियाँ होती हैं. हेपेटाइटिस सी और दौरे पड़ना भी नशे की लत से होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं का हिस्सा हैं।मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव जैसे नशीली दवाओं का सेवन व्यक्ति की सोचने-समझने की क्षमता को कम कर देता है और मानसिक संतुलन बिगाड़ सकता है. इससे आत्महत्या के विचार भी आ सकते हैं। कभी-कभी तोनशे की लत का मस्तिष्क पर प्रभाव पड़ता है। जैसे नशीले पदार्थ मस्तिष्क में डोपामाइन नामक रसायन को रिलीज करते हैं, जिससे खुशी महसूस होती है. इसी कारण व्यक्ति को बार-बार नशा करने की इच्छा होती है और धीरे-धीरे उसे लत लग जाती है।
‌ जागरूकता शिविर में संकल्प मुक्ति हॉस्पिटल के प्रबंधक राजीव पांडेय, डा.अस्मिता मैम, मरीज को काउंसलिंग करने वाली विभा मैम, एडवोकेट राजीव मिश्रा, दीनदयाल,गंगाराम,जय राम,विमलेश कुमार,राजकुमार,सुरेंद्र रामनरेश यादव, श्यामा देवी कांति देवी समेत काफी संख्या में महिला-पुरुष,
युवक-युवतियां,बच्चे,बुजुर्ग मौजूद रहे। जागरूकता शिविर का संचालन पूर्व मंडल अध्यक्ष राजेश अग्रहरी ने की।


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