
बिहार में सांप के बाद एमडीएम में मिली छिपकली, एक सौ से ज्यादा बच्चे अस्पताल में भर्ती; पांच की हालत नाजुक।
नरपतगंज प्रखंड के सीमावर्ती सुपौल जिला के छातापुर प्रखंड अंतर्गत मध्य विद्यालय ठूठी विद्यालय में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब मरी छिपकली वाला एमडीएम बच्चों को खिला दिया गया। करीब एक सौ बच्चे बीमार हो गए।
बिहार में मिड डे मील में लापरवाही का सिलसिला थम नहीं रहा है। शनिवार को फारबिसगंज के जोगबनी थाना क्षेत्र के अमोना गांव के उत्क्रमित मध्य विद्यालय में एनजीओ की ओर से खिचड़ी परोसी गई तो सांप का पका हुआ मिला। खाने के बाद करीब 70 बच्चों की तबीयत बिगड़ गई। 2 दिन बाद सुपौल के छातापुर के ठूठी विद्यालय में एमडीएम में छिपकली मरी मिली। इसके बाद 7 दर्जन बीमार हुए बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
सोमवार को नरपतगंज प्रखंड के सीमावर्ती सुपौल जिला के छातापुर प्रखंड अंतर्गत मध्य विद्यालय ठूठी विद्यालय में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब मरी छिपकली वाला एमडीएम बच्चों को खिला दिया गया। खाना खाने के बाद करीब 1 सौ से ज्यादा बच्चों का स्वास्थ्य बिगड़ते देख सभी बच्चों के परिजनों ने सभी बच्चों को इलाज के लिए नरपतगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। बड़ी संख्या में बच्चों के अस्पताल पहुंचने के बाद अस्पताल में अफरा-तफरी का माहौल फैल गया।
खाना खा चुके सभी बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण करने के बाद इलाज किया गया। इसमें पांच की हालत नाजुक बताई जा रही है। स्कूल के कक्षा 7 की 12 वर्षीय से सोनी कुमारी पिता रमेश सुकियार, कक्षा आठ के 13 वर्षीय छोटू कुमार भगत, राजू भगत, कक्षा 7 के 13 वर्षीय से चांदनी कुमारी पिता प्रेमचंद शर्मा, कक्षा दो की 6 वर्षीय अंशु कुमारी पिता योगेंद्र मेहता तथा कक्षा 5 की अंजली कुमारी पिता हरेराम मेहता की हालत नाजुक बताई जा रही है।
इस संदर्भ में अस्पताल में भर्ती बच्चों ने बताया कि विद्यालय में दिन के करीब 11:00 बजे से कक्षा एक से 3 तथा 5 से 6 एवं सात से आठ कक्षाओं के बच्चों को भारी भारी से माध्यम भोजन कराया गया। इसी दौरान कक्षा 4 के बच्चे मोहम्मद तमन्ना के थाली में भोजन में मरी हुई गिरगिट मिलने के बाद अफरा-तफरी का माहौल फैल गया। हालांकि अधिकतर बच्चे मध्यान भोजन करने के बाद अपने घरों को लौटने लगे थे। जैसे मरी हुई छिपकली मिलने की सूचना विद्यालय के शिक्षकों को मिली शिक्षकों ने खाना लेकर बाहर फेंक वादिया तथा स्कूल में छुट्टी दे दी।
थोड़ी देर के बाद बच्चों को उल्टी और तबीयत बिगड़ने लगी। सभी परिजन अपने अपने बच्चों को लेकर अस्पताल पहुंचने लगे। डॉक्टरों की टीम बच्चों के इलाज में जुट गई। चिकित्सा प्रभारी डॉ कुमार मारकंडे ने बताया कि करीब एक सौ बच्चों के आस-पास अस्पताल में भर्ती कराया गया। जिसमें पांच की हालत नाजुक देखते हुए लगातार इलाज किया जा रहा है।
घटना के बाद आसपास के क्षेत्र से कई गणमान्य लोगों ने भी पहुंचकर बच्चों की स्वास्थ्य की जानकारी ली। पूरा अस्पताल परिसर में बच्चों एवं परिजनों से पटा दिखा।इलाज में चिकित्सा प्रभारी डॉ कुमार मारकंडे समेत डॉक्टर रमेश कुमार मेहता, डॉक्टर विपिन कुमार, डॉ रजीउद्दीन समेत बड़ी संख्या में चिकित्सा कर्मी बच्चों के इलाज में जुटे देखे गए।