Tobacco: आखिर लोग तंबाकू की लत क्यों नहीं छोड़ पाते हैं? जान लीजिए चौंकाने वाली वजह?
Tobacco: आखिर लोग तंबाकू की लत क्यों नहीं छोड़ पाते हैं? जान लीजिए चौंकाने वाली वजह?
Quit Tobacco: दुनिया भर में तमाम लोग तंबाकू के शिकार हैं. लोग तंबाकू का सेवन कई तरीकों से करते हैं. कोई सीधा तंबाकू खाता है, तो कोई सिगरेट के जरिए तंबाकू का सेवन करता है या फिर किसी अन्य नशे के जरिए तंबाकू का सेवन लोग करते हैं. तंबाकू के बारे में यह कहा जाता है कि जिसको इसकी लत लग गई उसको कभी छूटती नहीं है. ऐसे कौन से कारण है जिसके चलते तंबाकू किल्लत जल्दी नहीं छूटती है. आइए इस बारे में जान लेते हैं और यह भी जान लेते हैं कि तंबाकू छोड़ने के लिए क्या उपाय कर सकते हैं.
सबसे बड़ी वजह निकोटिन
दरअसल, हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक इसकी सबसे बड़ी वजह तंबाकू में पाई जाने वाली निकोटिन होता है. निकोटिन फेफड़े से होते हुए सीधे दिमाग तक पहुंच जाता है. वहां इसका संपर्क नर्व सेल यानी तंत्रिका की कोशिका से होता है और इसके असर से डोपमीन नाम का रसायन बाहर आता है. इसके बाद यही रसायन दिमाग को संकेत देता है कि कुछ अच्छा हो रहा है. इससे लोगों को अच्छा महसूस होता है. बताया जाता है कि निकोटिन को दिमाग तक पहुंचने में सिर्फ दस सेकंड का समय लगता है.
निकोटिन एक नशीला पदार्थ होता है, जो शरीर में गंभीर बीमारियों को जन्म देने का कारण बनता है. निकोटिन स्टीमुलेंट और सेडेटिव के रूप में काम करता है. तंबाकू से होने वाली एक प्रमुख बीमारी ‘फेफड़े का कैंसर’ है. इसके अलावा, इसके प्रभाव से ब्लड, ब्लैडर, लिवर, किडनी, पैनक्रियाज, कोलन और पेट सहित कई तरह के कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है. इसके अलावा भी कई बीमारियां हो सकती हैं.
एक अन्य रिपोर्ट में इसके छोड़ने के उपायों पर चर्चा की गई है.
सबसे पहले समय का चयन करें: अचानक तंबाकू की लत छोड़ने का प्रयास करने से पहले, किसी को भी तय करना चाहिए कि उन्हें कब और कैसे तंबाकू का सेवन करना छोड़ना है. यह उन्हें योजना बनाने और तैयारी करने में मदद करेगा.
सहायता लें: तंबाकू की लत को छोड़ने में सहायता के लिए डॉक्टर, चिकित्सक या तंबाकू निषेध अभियंता से संपर्क करें. शख्स को धीरे-धीरे निकोटीन से छुटकारा पाने में मदद मिलती है. इसके अलावा तंबाकू की लत को छोड़ने के बाद स्वास्थ्य लाभों के बारे में जागरूक होना महत्वपूर्ण है. इसमें श्वसन प्रणाली, दिल की सेहत में सुधार, साधारण रोगों का कम होना शामिल है.
Posted by- लखिन्द्र रविदास ठाकुरगंटी