
रामलीला मंचन में स्वर्ण मृग देख मोहित हुईं सीता, रावण ने छल से किया हरण।
– रामलीला मंचन में स्वर्ण मृग देख मोहित हुईं सीता, रावण ने छल से किया हरण।
– रामलीला में आठवें दिन नक्कटैया, खर दूषण वध और सीता हरण की लीला का हुआ जीवंत मंचन
सोनभद्र( विनोद मिश्रा/सेराज अहमद)
श्री बाल रामलीला समिति सोनभद्र नगर के तत्वावधान में आयोजित रामलीला के आठवें दिन नक्कटैया, खर दूषण वध और सीता हरण की लीला का जीवंत मंचन प्रयागराज के सुप्रसिद्ध कलाकारों द्वारा किया गया।लीला के दौरान सूपर्णखा अपने रूप, रंग और लटके-झटकों से भगवान श्री राम और लक्ष्मण को रिझाती है, लेकिन राम व लक्ष्मण जब उसके रिझाने में नहीं आते हैं तो वह अपना राक्षसी रूप धारण कर माता सीता पर झपट्टा मार देती है। इससे क्रोधित होकर भ्राता लक्ष्मण सूर्पणखा की नाक काट देते हैं। वह व्याकुल होकर सहायता के लिए भाई खर और दूषण के पास जाती है। दोनों अपनी बहन के अपमान का बदला लेने के लिए जाते हैं, और भगवान राम के हाथों मारे जाते हैं। लीला में रावण के मामा मारीच ने स्वर्ण मीृग का रूप धारण किया तो सीता ने उसे पकड़ने के लिए भगवान राम और लक्ष्मण को उसके पीछे भेजती हैं। इधर रावण साधु वेश में पहुंच कर माता सीता का हरण कर लेता है। सीता- माता के विलाप के दृश्य को देख दर्शकों की आंखें नम हो जाती हैं।
इस अवसर पर सांसद छोटेलाल, खरवार, समिति के अध्यक्ष पवन कुमार जैन, हर्ष अग्रवाल, राकेश गुप्ता, प्रमोद गुप्ता, उपेंद्र, कीर्तन, आलोक, हरेंद्र, आनंद मिश्रा, विमल अग्रवाल, विजय कनोडिया, चंदन केसरी, सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।