
प्रेमिका की हत्या कर सेफ्टी टैंक में छिपा दिया, तो वहीं चौथे दिन दूल्हा बन रचाई शादी।
दिल्ली की श्रद्धा और मुंबई की सरस्वती की तरह प्रयागराज की राज केसर चौधरी की उसके प्रेमी ने बेरहमी से हत्या कर दी। वायर आज के सर को भी उसके प्रेमी ने मार कर लाश अर्ध निर्मित मकान के सेफ्टी टैंक में दफन कर दी।
Murder before marriage: दिल्ली की सरदा और मुंबई की सरस्वती की तरह प्रयागराज की राज केसर चौधरी की उसके प्रेमी ने बेरहमी से हत्या कर दी। राजकीय सर को भी उसके प्रेमी ने मार कर लाश अर्ध निर्मित मकान के सेफ्टी टैंक में दफन कर दी। करछना पुलिस ने शुक्रवार को इस सनसनीखेज घटना का पर्दाफाश कर आरोपी प्रेमी की निशानदेही पर सेफ्टी टैंक से युवती का शव निकलवाया। इस वारदात से गांव में सनसनी फैल गई। प्रेमिका की हत्या के चौथे दिन आशीष नाम का उसका कथित प्रेमी दुल्हा बन शादी करने चल दिया।
करछना के महेवा कुंजलवैश का पूरा की रहने वाली राज केसर चौधरी 34 वर्षीय अपने पिता शालिग्राम की मौत के बाद पूरे परिवार की जिम्मेदारी संभाल रही थी। राज केसर का मुंगरी औद्योगिक क्षेत्र निवासी आशीष उर्फ अरविंद से प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनों लव इन रिलेशन में थे। साथ साथ आते जाते थे। इनके संबंध के बारे में दोनों के परिवार को भी पता था। बीते महीने आशीष की शादी तय हो गई।
करछना पुलिस ने बताया कि आशीष ने अपनी शादी बाराबंकी में तय कर ली। राज केसर की शादी का दबाव बनाने पर आशीष ने 24 मई को गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद करछना थाने के पास बनाए अपने अर्ध निर्मित मकान के सेफ्टी टैंक में लाश को दफन कर दिया। उसके बाद मजदूर बुलाकर उस पर प्लास्टर करा दिया। इधर पुलिस राज केसर की गुमशुदगी दर्ज कर परेशान थी। शुक्रवार को आरोपी प्रेमी आशीष को पकड़कर कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने सेफ्टी टैंक से राज केसर का शव बरामद किया।
24 मई को प्रेमिका की हत्या कर 28 को दूल्हा बन गया आशीष
आशीष और राज केसर की प्रेम कहानी पिछले 7 सालों से चल रही थी। दोनों शादी करने वाले थे लेकिन इस प्रेम कहानी में उस वक्त दरार आ गई जब आशीष ने किसी और से शादी करने का हामी भर दी। पुलिस के मुताबिक दूल्हा बनने के 4 दिन पहले आशीष ने अपने हाथों से अपनी प्रेमिका का गला घोंट दिया। इसके बाद दूल्हा बनकर दूसरे से शादी की। शादी के बाद वह राज केसर के परिजनों के साथ जगह जगह उसकी तलाश करता रहा।
पुलिस ने बताया कि राज केसर के पिता शालिग्राम का 2016 में मुंगरी के पास एक्सीडेंट हो गया था। जिस पर राज केसर मौके पर गई थी। वहीं पास में रहने वाला आशीष भी वहां था। उसी दौरान दोनों का परिचय हुआ और धीरे-धीरे दोनों करीब आ गए। 7 सालों के प्रेम संबंध के बाद भी आशीष उससे शादी करना नहीं चाह रहा था। उसके घरवालों ने बाराबंकी की युवती से शादी तय कर दी। 28 मई को उसकी शादी होने वाली थी। उसने अपनी प्रेमिका को ठिकाने लगाने की साजिश रची।
करछना थाने के पास आशीष ने एक कमरे का अर्ध निर्मित मकान बनवाया है। 24 मई को मिलने के बहाने राज के सर को वहां बुलाया और वहीं पर हत्या कर दी। इसके बाद युवती का शव सेफ्टी टैंक में डाल दिया। फिर उस पर बालू भर दी। इसके बाद मजदूर बुलाकर प्लास्टर करा दिया। हत्या के 4 दिन बाद उसने दूल्हा बनकर शादी कर ली। इधर राज केसर के गायब होने पर उसकी मां गुलाब कली और दोनों भाई कृष्णा व अमित परेशान हो गए। कृष्णा ने बताया कि 30 मई को आशीष उनके साथ गुमशुदगी दर्ज कराने करछना थाने गया था। वह हर जगह तलाश के लिए साथ जाता था। कृष्णा ने यह भी आरोप लगाया कि उसकी बहन के बैंक खाते में काफी रकम थी। उसके पिता की मौत के बाद मिले रुपयों को राज केसर ने आशीष के साथ प्रॉपर्टी के धंधे में निवेश किया था। लाखों रुपए हड़पने के लिए ही उसने हत्या कर दी।