**देश में लोकतंत्र की स्थिति राजतंत्र से भी बद्तर* *–युवा समाज सेवी नारायण साहनी*
**देश में लोकतंत्र की स्थिति राजतंत्र से भी बद्तर* *–युवा समाज सेवी नारायण साहनी
*साम्प्रदायिक उन्माद भड़काने वालों से सावधान रहने की जरूरत
उत्तर प्रदेश, सोनभद्र (सेराज अहमद /विनोद मिश्रा )
वाराणसी। “ईश्वर -अल्लाह तेरो नाम सबको सन्मति दे भगवान “जी हां!आज भारतीय लोकतंत्र में तेजी से आ रही निम्न स्तरीय गिरावट चिंता का विषय बनता जा रहा है। यहां सत्ता के लिए सब कुछ गैर कानूनी तरीके ज्यादा से ज्यादा अपनाएं जा रहे हैं। जिसके कारण अधिकांश अच्छी सोंच एवं समाज हित में बेहतर कार्य करने वाले लोग सत्ता तक नहीं पहुंच पाते। उक्त विचार युवा समाज सेवी नारायण साहनी ने डिजिटल आकाशवाणी दूरसंचार माध्यम से व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में देश के लोकतंत्र की स्थिति राजतंत्र से भी बद्तर होती जा रही है। यहां कानून एवं सत्ता की व्यवस्था पूरी तरह “जिसकी लाठी उसकी भैंस”वाली कहावत चरितार्थ होती नजर आ रही है।आम नागरिकों की परिस्थिति बिल्कुल कीड़े -मकोडो़ जैसी होती जा रही है। युवा समाज सेवी नारायण साहनी ने कहा कि सत्ता में बैठे लोग समाज में फूट डालो और राज करो की घटिया कार्यशैली अपना कर जनता की गाढ़ी कमाई पर राज सुख भोग रहे हैं। जबकि इस देश का आम नागरिक रोजी-रोटी कमाने के लिए दर -दर भटकते हुए बदहाली की जिंदगी जीने पर मजबूर है।श्री साहनी ने कहा कि इस देश में राष्ट्रीय एवं सामाजिक उत्थान पर ध्यान कम सत्ता तक पहुंचने के जुगाड़ पर अधिक ध्यान दिया जाता है। और तो और यहां मंदिर -मस्जिद, हिंदू -मुस्लिम के बीच साम्प्रदायिक दुर्भावना फैलाकर सत्ता तक पहुंचने की जुगत अधिक लगाई जाती है। इसमें दोनों सम्प्रदायों के संकीर्ण मानसिकता वाले लोगों की सक्रिय भूमिका को नजरंदाज नहीं किया जा सकता है। ऐसे में हम देशवासियों को सावधान रहने की जरूरत है। क्योंकि यह देश उन अमर शहीदों का है जिसमें हिंदू -मुस्लिम,सिख ईसाई आदि सभी धर्मों के अनुयायियों ने अपने प्राण न्यौछावर कर हिंदुस्तान (भारत/इंडिया)देश को आजाद कराया। ऐसे लाखों महान क्रांतिकारी देशभक्त अमर शहीदों के कुर्बानियों से सीख लेना हम सभी देशवासियों का फर्ज़ है। अतः ऐसे तथाकथित नेताओं, बाबाओं,कठमुल्लाओं आदि समाज विरोधी ताकतों से बचने की जरूरत है, क्योंकि ये न राष्ट्र भक्त हैं और ना ही सर्वसमाज हितैषी हैं। इनको केवल सत्ता की कुर्सी प्यारी है।तो आइए हम सभी देशवासी, युवा भाई -बहन, कामगार समुदाय संकल्प लें कि इस देश के सर्वांगीण विकास में रोडा़ डालने वाले तत्वों को मुंह तोड़ जवाब दिया जाय।