डायन बताकर बुजुर्ग महिला का सिर कुचलकर हत्या, 5 साल की पोती है चश्मदीद गवाह।
झारखंड में डायन बिसाही के आरोप में हत्या की एक और वारदात सामने आई है। इस बार भी एक वृद्ध महिला अंधविश्वास का शिकार बनी है। मामला चतरा जिला की लावालोंग थाना क्षेत्र अंतर्गत टेवना गांव की है।
झारखंड में डायन बिसाही के आरोप में हत्या की एक और वारदात सामने आई है। इस बार भी एक वृद्ध महिला अंधविश्वास का शिकार बनी है। मामला चतरा जिला की लावालोंग थाना क्षेत्र अंतर्गत टेवना गांव की है, जहां झाड़-फूंक का आरोप लगाकर बुजुर्ग महिला की उसकी 5 वर्षीय पोती के सामने निर्ममता से हत्या कर दी गई। मृत महिला की शिनाख्त तेतरी के रूप में की गई है। बताया जा रहा है कि तेतरी गांव में झाड़-फूंक का काम किया करती थी। आरोपी को शक था कि महिला जादू टोना कर उसे परेशान करती है।
पोती के साथ राशन खरीदने गई थी तेतरी
मृत महिला के परिजनों ने बताया कि तेतरी रविवार की शाम अपने 5 वर्षीय पोती के साथ घर का राशन खरीदने के लिए लावालोंग गई थी। सामान खरीदने के बाद देर शाम वह अपनी पोती के साथ घर वापस जा रही थी। इसी बीच लावालोंग से थोड़ी ही दूर निकलने पर जंगल के रास्ते में गांव के 31 वर्षीय युवक उपेंद्र गंझू ने महिला के ऊपर हमला कर दिया। जब नन्ही बच्ची रोते चिल्लाते हुए उसका विरोध की तब आरोपी ने उसे लात मारकर गिरा दिया। जिसके बाद आरोपी ने महिला के पेट में चाकू मार दिया जिससे वह गिर गई। इसके बाद पत्थर से उसके चेहरे वह सर को कुचल कर घसीटते हुए जंगल के गड्ढे में डाल दिया। घटना को अंजाम देने के बाद उपेंद्र ने घर पहुंचकर अपने परिजनों से बताया कि उसने तेतरी को मार दिया है। इस दौरान पानी भरने पहुंची मृतक के बहू के कानों तक की आवाज पहुंच गई और उसने अपने परिजनों को बताया।
जागरूकता की कमी से हो रही है हत्याएं
गौरतलब है कि झारखंड में डायन बिसाही के खिलाफ सख्त कानूनी बावजूद इसके जागरूकता की कमी और सुदूरवर्ती ग्रामीण इलाकों में अंधविश्वास की वजह से हत्याओं का सिलसिला नहीं थम सका है। पिछले दो-तीन महीनों में कम से कम आधा दर्जन लोगों की हत्या डायन बिसाही के आरोप में कर दी गई। डायन बिसाही के साथ में हत्याओं को रोकने के लिए समय-समय पर सरकार और स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा जागरूकता अभियान चलाया जाता है लेकिन इन हत्याओं को रोकना अभी भी चुनौती है।