♦इस खबर को आगे शेयर जरूर करें ♦

‘नौकरी पाती हूं तो पति को कभी नहीं दूंगी धोखा’ एसडीएम ज्योति मौर्या विवाद के बीच नया लेटर सोशल मीडिया पर वायरल।

इस पत्र में लिखा गया है कि मैं लीला देवी पुत्र परशुराम अपने पति और अधिकारी के सम्मुख यह वचन देती हूं कि मेरा पति हमें पढ़ने के लिए दिल्ली भेज रहा है।

 

India News Live Tv

 

 

 

 

 

यूपी के बरेली की एसडीएम ज्योति मौर्य और उनके पति आलोक मौर्य के बीच विवाद काफी तूल पकड़ चुका है। सोशल मीडिया से लेकर घर-घर तक इस विवाद की चर्चा हो रही है। कोई ज्योति मौर्या को सही ठहरा रहा है तो कोई आलोक का पक्ष ले रहा है। वाद विवाद के बीच एक लेटर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें एक शपथपत्र है और पत्नी ने लिखा है कि वह अपने पति को धोखा नहीं देगी। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही इस पत्र में लीला देवी का जिक्र है। हालांकि, अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है कि क्या वाक्य किसी लीलादेवी ने यह पत्र लिखा है या फिर किसी ने एडिट करके इसे ज्योति मौर्य विवाद के बीच वायरल कर दिया है।

इस पत्र में लिखा गया है कि मैं लीला देवी पुत्र परशुराम अपने पति और अधिकारी के सम्मुख यह वचन देती हूं कि मेरा पति हमें पढ़ने के लिए दिल्ली भेज रहा है। लेटर में आगे लिखा गया है। “अगर मैं कोई नौकरी पाती हूं तो मैं अपने पति को धोखा दे दूंगी और हमेशा उसके साथ रहूंगी। अगर इन सब बातों के खिलाफ में जाती हूं तो मैं अपने पति को एक करोड़ रुपए जुर्माना के रूप में दूंगी।”सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस पत्र की अधिकारिक पुष्टि नहीं की जा सकी है, लेकिन तमाम जगह इसे शेयर किया जा रहा है।

India News Live Tv

 

 

 

 

 

 

 

 

गौरतलब है कि आलोक और ज्योति मौर्य का विवाद तब सामने आया था, जब पिछले महीने आलोक के रोते हुए पत्नी ज्योति पर उन्हें धोखा देने का आरोप लगाए थे। वह वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुई थी। उसमें आलोक का दावा था कि शादी के बाद उन्होंने ज्योति को यूपीएससी की तैयारी करवाई और फिर जब वह कुछ साल पहले एसडीएम बन गई, तो वह बदल गई। ज्योति का होमगार्ड कमांडेट मनीष दुबे के साथ अफेयर चलने का दावा किया गया है। आलोक का कहना है कि उन्होंने 3 साल पहले ज्योति और मनीष को रंगे हाथों पकड़ा था। उधर, ज्योति का आरोप है कि शादी के वक्त वालों के परिजनों ने नौकरी को लेकर झूठ बोला था। इसके अलावा ससुराल वालों की ओर से दहेज की मांग की जा रही है।

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें

[wonderplugin_carousel id="2"]
स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे
Donate Now
               
हमारे  नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम अलर्ट , और सभी खबरें डाउनलोड करें
डाउनलोड करें

जवाब जरूर दे 

आप अपने सहर के वर्तमान बिधायक के कार्यों से कितना संतुष्ट है ?

View Results

Loading ... Loading ...


Related Articles

Close
Close
Website Design By Bootalpha.com +91 84482 65129