*आदिवासी महिलाओं के साथ छेड़छाड़, लूट और दुष्कर्म का प्रयास – प्रशासनिक लापरवाही पर उठे एक बार फिर सवाल?*

*आदिवासी महिलाओं के साथ छेड़छाड़, लूट और दुष्कर्म का प्रयास – प्रशासनिक लापरवाही पर उठे एक बार फिर सवाल?*
•~ पीड़ित महिलाओं ने पुलिस प्रशासन से लगाई न्याय की गुहार
•~ घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस हरकत में, मौके पर पहुंची जांच के लिए टीम
•~ क्षेत्र में पहले भी हो चुकी हैं लूट की घटनाएं, ग्रामीणों में फैला भय और आक्रोश

*अवधेश कुमार गुप्ता*
सोनभद्र। चोपन धाना क्षेत्र के गुरमा चौकी अंतर्गत सात नम्बर पहाड़ी कटिंग के समीप सोमवार की देर रात लगभग 10 बजे हुई शर्मसार कर देने वाली घटना ने पूरे क्षेत्र को दहला दिया। जानकारी के मुताबिक, कोटा बसधा गांव निवासी एक ही आदिवासी परिवार की दो महिलाएं अपने परिजनों के साथ मकरीबारी विजय कुमार गौड़ के घर मरीज को देखने जा रही थीं, तभी रास्ते में घात लगाए बैठे कुछ अज्ञात शरारती तत्वों ने उन पर हमला बोल दिया।
पीड़ित परिवार ने बताया कि जैसे ही वे सात नंबर पहाड़ी कटिंग के पास पहुंचे, अचानक अंधेरे से कुछ युवक निकले और महिलाओं को पकड़कर उनके साथ जबरन छेड़‌छाड़ करने लगे। जब साथ में मौजूद एक पुरुष परिजन ने महिलाओं का हाथ छुड़ाने और विरोध करने की कोशिश की, तो असामाजिक तत्वों ने उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी। हमलावरों ने उसकी जेब से इलाज के लिए रखे करीब 35 हजार रुपये भी लूट लिए।इसके बाद आरोपी युवकों ने महिलाओं को पास के अरहर के खेत में घसीटते हुए ले जाकर दुष्कर्म करने का प्रयास किया। इस दौरान एक महिला ने साहस दिखाते हुए संघर्ष किया और किसी तरह अपराधियों के चंगुल से भागकर जान बचाई। दोनों महिलाएं भयभीत अवस्था में किसी तरह गांव पहुंचीं और पूरी घटना अपने परिवार को बताई।पीड़ित महिलाओं के नाम शकुंती देवी (30 वर्ष) पत्नी लोहा सिंह गौड़ एवं प्रेमशीला देवी (28 वर्ष) पत्नी रमाशंकर गौड़, दोनों निवासी कोटा बसंधा थाना चोपन बताए गए हैं। दोनों ने मंगलवार सुबह गुरमा पुलिस चौकी प्रभारी योगेंद्र पांडेय को लिखित तहरीर देकर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। सूचना मिलते ही चौकी प्रभारी योगेंद्र पांडेय अपने दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया। पुलिस टीम ने घटना स्थल से साक्ष्य जुटाने के साथ ही क्षेत्र के संदिग्ध लोगों से पूछताछ शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार, जल्द ही अपराधियों की पहचान कर गिरफ्तारी की जाएगी।
गौरतलब है कि गुरमा चौकी क्षेत्र में पूर्व में भी चोरी,छिनैती और लूट की घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन पुलिस द्वारा कोई ठोस कार्रवाई न होने से असामाजिक तत्वों के हौसले बुलंद हैं। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि रात के समय गश्त व्यवस्था पूरी तरह से नाममात्र की रह गई है, जिससे राहगीरों और खासकर महिलाओं में भय का माहौल बना हुआ है।
ग्रामीणों ने मांग की है कि क्षेत्र में पुलिस गश्त बढ़ाई जाए, अंधेरे वाले स्थानों पर सोलर लाइटें लगाई जाएं और दोषियों को शीघ्र गिरफ्तार कर सख्त सजा दी जाए। लोगों का कहना है कि यदि समय रहते पुलिस चौकी सक्रिय होती तो ऐसी शर्मनाक घटनाओं को रोका जा सकता था।
घटना के बाद से ही पूरा क्षेत्र आक्रोश और दहशत के माहौल में है। ग्रामीणों ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर जल्द न्याय नहीं मिला तो वे प्रदर्शन कर विरोध दर्ज करायेंगे। *देखना अब यह है कि पुलिस प्रशासन इस दिशा में कहां तक पहल कर पाने में सक्षम होती हैं।*


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