सामाजिक व्यवस्था में बदलाव के लिए राजनीतिक सत्ता का मास्टर चाबी।
विकास कुमार की रिपोर्ट
मेराल। मेराल प्रखंड के अंतर्गत संगबरिया में बुधवार को सामाजिक परिवर्तन में आर्थिक मुक्ति आंदोलन के महानायक बामसेफ DS4 एवं बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक कांशी राम के 89 वां जयंती के अवसर पर सामाजिक परिवर्तन केंद्र मेराल के तत्वावधान में sc-st कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष रघुराई राम ने बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक कांशी राम साहब के तस्वीर पर दीप प्रज्वलित एवं उनके प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किया| जिसका नेतृत्व क्षमता संवर्धन कार्यक्रम” का आयोजन समुदायिक भवन संगवरिया में किया गया|
कार्यक्रम की अध्यक्षता अमित कुमार ने किया| इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रघुराई राम ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि कांशी राम जी सामाजिक परिवर्तन एवं आर्थिक मुक्ति आंदोलन के महानायक थे| उन्होंने 1965 से 1970 तक देश के सामाजिक एवं आर्थिक स्थिति का अध्ययन एवं देश में चल रहे सामाजिक एवं आर्थिक आंदोलन का अध्ययन किया| बहुजन समाज के गैर राजनीतिक जड़ को मजबूत करने के लिए देश के पढ़े-लिखे कर्मचारियों को संगठित कर 6 दिसंबर 1978 को बामसेफ एवं 6 दिसंबर 1981 को DS4 नामक संगठन बनाया.DS4 के माध्यम से उन्होंने समाज के आत्मसम्मान एवं क्षमता के लिए संघर्ष कार्यक्रम के तहत देश के पांच कोना कन्याकुमारी, कोहिमा, पूरी ,पोरोबंदर और कारगिल से साइकिल यात्राएं शुरू कर दिल्ली तक मार्च किया| उन्होंने 14 अप्रैल 1984 को बीएसपी नामक राजनीतिक पार्टी बनाई| आज कांशी राम जी के संघर्षों के बदौलत देश में बहुजन बहुजन आंदोलन की शुरुआत हुई और देश में दलित शोषित समाज एक राजनीतिक ताकत बना| कांशी राम ने सामाजिक व्यवस्था में बदलाव के लिए राजनीतिक सत्ता को मास्टर चाबी बताया, जिसके बदौलत सामाजिक परिवर्तन हो सकते हैं| समतामूलक समाज व्यवस्था के निर्माण के लिए जाति के आधार पर तोड़े गए लोगों में भाईचारा पैदा करके ही समतामूलक समाज व्यवस्था का निर्माण किया जा सकता है| इसके लिए युवाओं के अंदर नेतृत्व क्षमता का संवर्धन आवश्यक है| इस कार्यक्रम में कर्मदेव राम ,अर्जुन राम ,उमेश राम, कुंदन चंद्रवंशी,
उमाशंकर राम, जितेंद्र कुमार, मनोज राम, शिव शंकर राम, दिनेश, निर्मल ,अरुण, दीपक ,पंकज, आशीष कुमार, रामजी राम, मंजेश कुमार, विपिन, अक्षय कुमार, राजन ,अंकित, विवेक, राजू,मनीष, कौशल, उदित,सौरभ, प्रभात, मनीष, दीपू, जयप्रकाश ,पंकज कुमार ,शंभू राम, प्रमोद कुमार , चंदेश्वर सिंह ,विक्रम सिंह, अजय सिंह, मिथिलेश कुमार चंद्रवंशी, गोरखनाथ सिंह सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे|