
करमा रामलीला का अद्भुत मंचन ताडका बध।
करमा रामलीला का अद्भुत मंचन ताडका बध।
करमा,सोनभद्र (विनोद मिश्रा/सेराज अहमद)
स्थानीय विकास खण्ड स्थित करमा में रामलीला मैदान में आयोजित रामलीला का अद्भुत मंचन में ताडका बध रहा।
प्राप्त जानकारी अनुसार स्थानीय विकास खण्ड स्थित रामलीला मैदान में चल रही श्रीरामलीला का चौथे दिन भव्य और भावनात्मक लीलाओं से सराबोर रहा। मंचन का आरंभ भगवान रामचन्द्र के चारों भाइयों की दिव्य झांकी से हुआ। इस झांकी ने पूरे मैदान का वातावरण भक्तिमय कर दिया और उपस्थित जनसमूह जय श्री राम के जयघोष से गूंज उठा।इसके उपरांत राक्षसों से मुक्ति पाने के लिए। विश्वमित्र महाराज राजा दसरथ के पास जाते हैं और राम लक्ष्मण को अपने साथ ले जाने का अद्भुत मंचन प्रस्तुत किया गया।फिर भगवान श्रीराम अपने भाई लक्ष्मण के साथ गुरु विश्वामित्र चल रो पड़े।रास्ते में विशाल जंगल में गुरु विश्वामित्र ने बताया कि पुत्र यहां से कुटिया पर पहुंचने के दो रास्ते है जिसमें एक दूर है जिसमें कई पहर लग जाते हैं और दूसरा नजदीक है परन्तु जंगली जानवरों व बड़े बड़े राक्षसों का निवास है अब बताओ किस रास्ते से निकले।विश्वामित्र की बात सुन राम ने सहज भाव से कहा गुरुदेव नजदीक के रास्ते से चलना चाहिए।जंगल के बीच तड़का,मारीच,सुबाहु जैसे राक्षसों का बध करते हुए कुटिया पर पहुंचने पर पूरा पंडाल “जय श्रीराम” के गगनभेदी नारों से गूंज उठा। यह दृश्य देखकर श्रद्धालु भावविभोर हो उठे।इन मार्मिक और रोचक लीलाओं ने न केवल दर्शकों को मोहित किया बल्कि धर्म, मर्यादा और भक्ति का गहरा संदेश भी दिया इस कार्यक्रम का संचालन ब्रह्मानंद त्रिपाठी ने किया l