
वी आई पी मूवमेंट के बावजूद अपनी दुर्दशा पर आशू बहा रहा नौगढ़ का चंद्रकांता ऐतिहासिक मार्ग।
वी आई पी मूवमेंट के बावजूद अपनी दुर्दशा पर आशू बहा रहा नौगढ़ का चंद्रकांता ऐतिहासिक मार्ग।
चंद्रकांता की प्रेम कहानी के अनदेखी पर भारी पड़ रही प्रशासनिक भवन ।
*नौगढ़, चंदौली अविनाश तिवारी*
वी आई पी मूवमेंट के बावजूद अपनी दुर्दशा पर आशू बहाने को मजबूर नौगढ़ का चंद्रकांता भवन मार्ग। जर्जर हालत में इमारते अपनी पहचान खोने की कगार पर।किले तक पहुंचाने वाले मार्ग का हाल बेहाल।
प्राप्त जानकारी अनुसार स्थानीय तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत बाघी में स्थित प्राचीन नौगढ़ किला रख रखाव के अभाव में अपनी पहचान खोने के कगार पर पहुंच गया है।
बता दें हिंदी साहित्य और लोकप्रिय टेलीविजन धारावाहिक ‘चंद्रकांता’ की अमर प्रेम कहानी का गवाह जिले के स्थानीय तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत बाघी नौगढ़ में स्थित प्राचीन नौगढ़ किला आज अपनी पहचान खोने की कगार पर है। इसकी वजह है- किले तक पहुंचने वाला मुख्य मार्ग की जर जर भयावक दुर्दशा, जो प्रशासनिक उपेक्षा का जीता-जागता प्रमाण बन गई है।
इतिहास जगत का मशहूर
वह किला, जिसे कभी राजा वीरेंद्र विक्रम सिंह और राजकुमारी चंद्रकांता की प्रेमकथा का केंद्र माना जाता था, आज केवल जर्जर इमारतों का अवशेष नहीं बल्कि यहां तक पहुंचने का रास्ता भी इतना जर जर खतरनाक हो चुका है कि पर्यटक आने से कतराते हैं। मुख्य मार्ग पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं, जो बरसात में तालाब का रूप ले लेते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क पर चलना तो दूर, दोपहिया और चारपहिया वाहनों का गुजरना भी किसी जोखिम से कम नहीं है।
सबसे बड़ी विडम्बना यह है कि वी आई पी मूमेंट के बावजूद अनदेखी का शिकार यह मार्ग केवल पर्यटन का रास्ता नहीं, बल्कि अन्य महत्वपूर्ण सरकारी ठिकानों तक पहुंचने का मुख्य मार्ग है।चर्चा की माने तो इस रास्ते से आए दिन जिले के आला अधिकारी डीएम, एसपी से लेकर सम्बंधित अधिकारियों का काफिला गुजरता है। इसके बावजूद, वर्षों से इस महत्वपूर्ण सड़क की मरम्मत के लिए न तो कोई योजना बनी और न ही काम शुरू किया गया। अधिकारियों का नियमित आवागमन भी इसकी बदहाली को दूर नहीं कर पाया है, जिससे स्थानीय जनता में भारी रोष है।स्थानीय लोगों ने कहा कि
बाघी नौगढ़ और आस-पास के ग्रामीणों ने कई बार प्रशासन को इस दुर्दशा के बारे में ज्ञापन दिया है परंतु ढाक के तीन पात वाली कहानी चरितार्थ होती है । स्थिति जस की तस है। ग्रामीणों ने मांग जिलाधिकारी से मांग की है कि नौगढ़ किले की ऐतिहासिक विरासत और पर्यटन क्षमता को देखते हुए पर्यटक स्थल की दृष्टि से मुख्य मार्ग का पक्का और चौड़ा निर्माण कार्य कराए जाय । क्यों कि यह न सिर्फ क्षेत्र के विकास के लिए जरूरी है, बल्कि यह रानी चंद्रकांता की कहानी को जीवंत स्मृति की रखने वाले इस ऐतिहासिक स्थल के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि भी होगी।