*लोक आस्था के महापर्व ‘छठ’ का विराट अनुष्ठान, मलेवर में उदीयमान सूर्य को अर्घ्य के साथ संपन्न*

*लोक आस्था के महापर्व ‘छठ’ का विराट अनुष्ठान, मलेवर में उदीयमान सूर्य को अर्घ्य के साथ संपन्न*
*अविनाश तिवारी चन्दौली ब्यूरो चीफ*
चंदौली : लोक आस्था और प्रकृति के प्रति कृतज्ञता का महापर्व ‘छठ’ नौगढ़ ब्लॉक के ग्राम पंचायत मलेवर में बने पावन पोखरे पर, आज उदीयमान सूर्य को अंतिम अर्घ्य देने के साथ ही अपनी पूर्णता को प्राप्त हुआ। कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाया जाने वाला यह चार दिवसीय कठिन व्रत, सूर्यदेव और छठी मैया के चरणों में संपूर्ण समर्पण का प्रतीक है, जिसकी दिव्यता और कठोरता इसे भारतीय संस्कृति के सबसे महत्वपूर्ण पर्वों में से एक बनाती है।
श्रद्धा और प्रकाश का अद्भुत संगम
चौथे और अंतिम दिन की शुरुआत अलौकिक दृश्य के साथ हुई। सुबह चार बजे से ही मलेवर के घाट पर चहल-पहल शुरू हो गई थी, और शीघ्र ही यह स्थल रौशनी और श्रद्धा के एक अद्भुत संगम में परिवर्तित हो गया। दीपों के टिमटिमाते प्रकाश से हर घाट जगमगा उठा, मानो आकाश के तारे स्वयं धरती पर उतर आए हों।जल में कमर तक खड़ी, 36 घंटे का निर्जला व्रत धारण करने वाली छठ व्रती महिलाओं ने, अपनी संतानों की दीर्घायु तथा पूरे परिवार के लिए सुख-समृद्धि की मंगल कामना करते हुए, उगते हुए सूर्य देव को अंतिम अर्घ्य समर्पित किया। इस क्षण, घाटों पर एक आध्यात्मिक और पवित्र ऊर्जा का संचार हो रहा था, जो पीढ़ियों से चली आ रही लोक परंपराओं के एक अलौकिक दृश्य को साकार कर रही थी।
घाटों का वातावरण “काँच ही बाँस के बहंगिया…” जैसे छठ मइया के पारंपरिक और कर्णप्रिय लोकगीतों से गूँज रहा था, जिसने पूरे परिवेश को अगाध भक्ति और धार्मिक श्रद्धा के रंग में रंग दिया।
चार दिनों का यह कठिन अनुष्ठान 25 अक्टूबर को “नहाय-खाय” की परंपरा के साथ शुरू हुआ था।
दूसरा दिन (“खरना”): व्रतियों ने गुड़ की खीर बनाकर प्रसाद ग्रहण किया, जिसके बाद उनका 36 घंटे का निर्जला व्रत आरंभ हुआ।
तीसरा दिन: भक्तों ने डूबते हुए अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देकर अपनी तपस्या को आगे बढ़ाया।
चौथा दिन (समापन): आज उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ हवन कर, छठ महापर्व का यह पवित्र और कठोर व्रत संपन्न हो गया।इस महापर्व को सफलतापूर्वक संपन्न कराने में सुरक्षा और व्यवस्था का विशेष ध्यान रखा गया था। घाटों पर पुख्ता इंतजाम किए गए थे ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।ग्राम पंचायत मलेवर प्रधान प्रतिनिधि कमलेश सिंह (जे ई) और नौजवान समिति ने घाट पर साज-सज्जा की उत्कृष्ट व्यवस्था कर एक सराहनीय उदाहरण प्रस्तुत किया। नौजवान समिति के युवाओं ने झांकी का कार्यक्रम भी आयोजित किया, जिससे व्रतियों को रात भर राधा-कृष्ण और शंकर-पार्वती की झांकी के दर्शन का सौभाग्य मिला। व्रतियों ने इस उत्कृष्ट प्रयास के लिए नौजवानों को खूब आशीर्वाद दिया। *गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति*
इस पावन अवसर पर ग्राम प्रधान प्रतिनिधि कमलेश सिंह (जे ई), खण्ड विकास अधिकारी अमित कुमार,राजबहादुर प्रसाद (उप निरी.), छोटक, जयप्रकाश केशरी, महानंद तिवारी, अरविन्द तिवारी, संजय यादव, मनोज केशरी, मुलायम यादव ,कल्लू केशरी और नौजवान समिति (सन्त कुमार, वीरेंद्र सिंह, गणेश, शिव प्रसाद, योगेश) आदि की उपस्थिति ने, आस्था के इस पर्व को अधिक गरिमा प्रदान किया


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