
झारखंड बनते ही चुनावी वादा भूले हेमंत सोरेन, JMM के लोबिन हेंब्रम ने फिर बोला हमला।
लोबिन हेंब्रम ने रविवार को परिसदन भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कही। ताकि चुनावी मुद्दा था कि झामुमो की सरकार बनी तो संथाल परगना में एसपीटी एक्ट को सख्ती से लागू करेंगे। लेकिन नहीं निभाया।
जिन मुद्दों के बल पर झामुमो झारखंड में सत्ता में आई थी, सरकार बनते ही मुद्दों से किनारा कर लिया। सरकार ने जनता से जो वादा किया था, धरातल पर कोई काम नहीं किया। जनता ने अपना काम तो किया परंतु मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जनता के भरोसे को तोड़ने का काम किया है। उपरोक्त बातें झामुमो के बोरियो विधान सभा विधायक लोबिन हेंब्रम ने रविवार को परिसदन भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कही। काकी चुनावी मुद्दा था कि झामुमो की सरकार बनी तो संथाल परगना में एसपीटी एक्ट को सख्ती से लागू करेंगे परंतु मुख्यमंत्री का ध्यान प्रमुख मुद्दों से भटक गया है। यहां की डेमोग्राफी बदल रही है। राज्य में एसपीटी और सीएनटी एक्ट का दुरुपयोग हो रहा है। एसपीटी एक्ट के बावजूद हमारे जमीन को लूटा जा रहा है। यहां की जमीन अनस सेलेबल है। बावजूद अवैध तरीके से जमीनों की खरीद फरोख्त हो रही है और सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है।
पूजा सिंघल और छवि रंजन पर बरसे लोबिन
आगे उन्होंने आईएस पूजा सिंघल पुरवार वह छवि रंजन के भ्रष्टाचार में लिप्त पाए जाने पर कहा कि कानून के रखवाले ही, कानून को ताक पर रखकर जमीन की खरीद फरोख्त करेंगे तो इससे दुर्भाग्यपूर्ण इस सरकार में और कुछ नहीं हो सकता। ऐसे अधिकारियों को तो फांसी की सजा होनी चाहिए। झामुमो का आधार ही रहा है जल, जंगल व जमीन सुरक्षित रहेगी। परंतु हमारे मुख्यमंत्री का ध्यान इस पर नहीं है। कछुए अलग से तो कोई एक्ट बनाने को नहीं करें जो एक्ट बनी हुई है, उसी को लागू कर दे।
गुरुजी की शराबबंदी का सपना रह गया अधूरा
लोबिन हेंब्रम ने कहा कि गुरु जी शिबू सोरेन की मंशा थी कि झारखंड में शराबबंदी हो, वह हमेशा से लोगों को शराब के सेवन से दूर रहने की सलाह देते रहें। परंतु यह दुर्भाग्यपूर्ण वह शर्मनाक है कि गुरु जी के पुत्र सीएम हेमंत सोरेन ने राज्य में शराब बिक्री को बंद करवाने के बजाय राज्य में छत्तीसगढ़ मॉडल लाकर शराब बेचना शुरू कर दिया। कहां गुरु जी हमेशा से शराब विरोधी रहे हैं, गुरुजी की मन को ठेस पहुंचती है। कहा अगर गुरु जी ठीक रहे तो राज्य की दुर्दशा नहीं होती।
छत्तीसगढ़ में लागू हो गया पेशा कानून
पेसा एक्ट के मामले में उन्होंने कहा कि 15 दिन के अंतराल में छत्तीसगढ़ व झारखंड राज्य का गठन हुआ था। छत्तीसगढ़ में आज पेसा एक्ट लागू है। अगर सीएम शराब बेचने के लिए झारखंड में छत्तीसगढ़ मॉडल आ सकता है। तो छत्तीसगढ़ के तर्ज पर यहां पैसा एक्ट क्यों नहीं लागू कर देते। पेसा एक्ट लागू हुआ तो यहां के ग्राम प्रधानों को उनका अधिकार व आप मिल सकेगा।