
सोनपम्प मुख्य नहर मारकुंडी से अवई सम्पर्क मार्ग कीचड़युक्त गढ्डों में हुआ तब्दील,आवागमन बाधित
सोनपम्प मुख्य नहर मारकुंडी से अवई सम्पर्क मार्ग कीचड़युक्त गढ्डों में हुआ तब्दील,आवागमन बाधित
•- लोग आए-जाए तो कैसे? एक तरफ कुंआ तो दूसरी तरफ खाई
•-जान जोखिम में डाल कर लोग रेलवे लाइन की पटरी अथवा नहर के किनारे से आवागमन करने के लिए पूर्णतया विवश
गुरमा /सोनभद्र (अवधेश कुमार गुप्ता)
सदर विकास खण्ड के मुख्य सोनपम्प नहर मारकुंडी से राजस्व गांव अवई सम्पर्क मार्ग अनरवत वर्षा से कीचड़युक्त गड्ढों में तब्दील हो गया है। नहर के दोनों तरफ मिट्टी डालकर छोड़ दी गई है तथा सम्पूर्ण सम्पर्क मार्ग पर जगह-जगह गड्ढा होने से जलजमाव एवं कीचड़युक्त हो गया है।छोटे- बड़े वाहनों को कौन कहे,पैदल भी चलना मुश्किल हो गया है। वहीं मार्डन कान्वेंट स्कूल, कम्पोजिट विद्यालय के बच्चों का पठन-पाठन के लिए इस वर्षा ऋतु में एक बड़ी समस्या उत्पन्न हो गई है।मुख्य सोनपम्प नहर सम्पर्क मार्ग जल जमाव व कीचड़युक्त होने से आवागमन पूर्णतया बाधित हो गया है। अब प्रश्न यह उठता है कि ऐसे में लोग आए-जाए भी तो कैसे? बड़े-बूढे बच्चे, महिलाएं जान जोखिम में डालकर नहर तथा रेलवे लाईन के किनारे-किनारे से चलने के लिए पूर्णतया विवश हो गये है। यहां यह कहावत शत प्रतिशत चरितार्थ हो रही की एक तरफ कुआं है तो दूसरी तरफ खाई ।जबकि नहर सम्पर्क मार्ग के पक्की निर्माण हेतु सम्बंधित विभागीय केअधिकारियों को भी अवगत कराया जा चुका है बावजूद इसके आज तक मारकुंडी से अवई नहर सम्पर्क मार्ग का निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं हुआ जिससे ग्रामीणों में भारीआक्रोश व्याप्त है।
उक्त सम्बंध में प्रबुद्ध क्षेत्रीय लोगों में शिक्षक श्याम बिहारी मधुर, राजेश मिश्रा, राकेश मिश्रा, शशि पाल,विजय पाल,रामेश्वर, रामू, सुभाषभारती,रमेश कुमार, लक्ष्मीनारायण विश्वकर्मा, इत्यादि ग्रामीणों ने सोन पम्प मुख्य नहर के सम्बंधित विभागीय अधिकारियों से अविलंब सम्पर्क मार्ग बनवाने की मांग किया है,जिससे आम जनमानस को आवागमन में राहत मिल सके।